Monday 9 November 2015

हिंदू धर्म कहिये रिलिजन नहीं

धर्मका अर्थ देव भाषा के अनुसार मानवीय समृद्धि से संबंधित विषयों का “पक्ष लेना” होता है, जबकि आधुनिक भाषा अनुसार धर्म का अर्थ किसी विशेष आस्था, अन्धविश्वास, विश्वास का पक्ष लेना या रिलिजन का पक्ष या मानना होता है। लेकिन धर्म के वास्तविक अर्थ को कौन मानेगा। क्योंकि हिंदुस्तान ही नही विदेशी भी धर्म का अर्थ रिलिजन मानते है और रिलीजन ही समझते-समझाते है।
ठीक उसी प्रकार सनातन धर्म नाम से जाना जाने वाला "हिन्दू" शब्द भी अपना प्राचीन अर्थ प्राचीन समय में ही खो चुका था लेकिन मुगलो के आगमन से हिन्दू शब्द का उपयोग फिर से शुरू हुआ। भारत को हिंदुस्तान कहा जाने लगा। तब से आज तब हिन्दू रहस्यमयी शब्द बन गया है और  मूल अर्थ से दूर चला गया है . प्राचीन हिन्दू शब्द का अर्थ आधुनिक हिन्दू शब्द से कोई लेना देना नही है। इस शब्द का उपयोग प्राचीन काल में आधुनिक दक्षिण एशिया के भू भाग अर्थात भारतीय उप महाद्वीप के भू मंडल को नाम देने के लिए किया गया और इस भू भाग को "हिन्दू " नाम दिया । देव भाषा के अनुसार 'हिन्" दक्षिण होता। इस लिए दिशा के अनुसार हिन्दुकुश पर्वत का नाम करण किया है। जिस का अर्थ दक्षिण का पर्वत अर्थात दक्षिणी पर्वत (कुश) है । ठीक उसी प्रकार हिन्दू कुश के दक्षिणी भू भाग को "हिन्दू" (दक्षिण एशिया का भू - क्षेत्र कहा गया था । इस लिए हिन्दू का सही प्राचीन अर्थ दक्षिणी एशिया, भारत उपमहाद्वीप, दक्षिणी एशिया और भारत उपमहाद्वीप है और यही हिन्दू शब्द का यथार्थ है।
लेकिन इस यथार्थ को मानेगा कौन? जब की हिन्दू शब्द अपना प्राचीन अर्थ ही खो चूका व् खो रहा है। यकीन मनो आधुनिक लोग तो हिन्दू को रिलिजन मानते है। कोई हिन्दू शब्द से प्यार करता है तो कोई नफरत करता है। यूँ कहिये हिन्दू शब्द धार्मिक (रिलिजियस) मन सम्मान का मुद्दा बन गया है। यदि मैं अफगानिस्तान से ले कर श्रीलंका तक के क्षेत्र को हिन्दू क्षेत्र कहता हूँ या हिन्दू राष्ट्र कहता हूँ तो पूरे पश्चिम एशिया में हाय तौबा हो जायेगा यही नहीं खून खराबा हो जायेगा। क्योंकि आधुनिक विश्व हिन्दू का अर्थ भारत उपमहाद्वीप नहीं बल्कि रिलिजन (विश्वासों को मानने वाला) मानता है। विश्व के अनेको भाषाओं के शब्द कोषों में "हिन्दू" का अर्थ एक रिलिजन है जैसे मुस्लिम, ईसाई आदि रिलिजन है। अब ऐसे में यदि मैं अफगानिस्तान से लेकर श्रीलंका तक के भू क्षेत्र को हिन्दू क्षेत्र या प्राचीन हिन्दू राष्ट्र कहूँ तो कौन मानेगा। कुल मिलाकर आज कोई भी प्राचीन हिन्दू अर्थ को मानने वाला नहीं..

अंग्रेजी का ‘रिलिजन’ (religion) शब्‍द लैटिन के ‘रेलिगेयर’ (religare) से बना है, जिसका अर्थ है ‘बॉंधना’। अंग्रेजी के इस शब्‍द के लिए हिंदी में ‘संप्रदाय’ या ‘पंथ’ अधिक उपयुक्‍त है। ‘रिलीजन’ से अर्थ उन विश्‍वासों, रीति-रिवाजों से है जो संप्रदाय या पंथ के अनुयायियों को एक साथ रखते हैं, भावना के एक सूत्र में बॉधते हैं। रिलिजन का मूल लक्षण एक प्रकार की उपासना-पद्धति है। जबकि धर्म की परिभाषा अति विस्तृत है.. धर्म के अन्तर्गत वे मूलभूत विचार तथा विश्‍वास हैं जिनके बिना सभ्‍य समाज संभव न था। (हिंदू व धर्म का अर्थ तथा हिंदू धर्म से जुड़ी मान्यताओं के विषय में ourhindudharm.blogspot.com पर विजिट करके जानिये..)

इस प्रकार religion शब्द धर्म की सही व्याख्या नहीं कर सकता है इसलिये आपसे विनम्र अनुरोध है कि ourhindudharm.blogspot.comपर जाइये.. पहले इस blog का ऐड्रेस यही हुआ करता था परंतु जब उपरोक्त बातों पर विचार किया गया ऐड्रेस बदलकर  ourhindudharm.blogspot.com कर दिया गया जो कि निस्सन्देह एक सही कदम था.. 
धन्यवाद..

No comments:

Post a Comment